चम्बल नदी का उद्गम - chambal river ka udgam
हेलो दोस्तों में अनिल पलाशिया एक बार फिर आपका palashiyasir.org में स्वागत करता हु इस लेख में हम आपको मध्य प्रदेश की एक महत्वपूर्ण नदी चम्बल नदी का उद्गम - chambal river ka udgam से सम्बंधित जानकारी को इस लेख में हम देखेंगे जिससे अगर प्रतियोगिता परीक्षा में इस प्रकार से किसी भी टोपिक से प्रश्न पूछे जाए तो आसानी से प्रश्नों पा उत्तर दिया जा सके .
चम्बल नदी [ CHAMBL RIVER ]
1;- चम्बल नदी का इतिहास
2;- चम्बल नदी का उद्गम
3;- चम्बल नदी की लम्बाई
4;- चम्बल नदी की सहायक नदी
5;- चम्बल नदी की परियोजना
6;- चम्बल नदी राज्यों में प्रवाह
7;- चम्बल नदी किन जिले में बहती है
चम्बल नदी का इतिहास
चम्बल नदी का इतिहास बहुत पुराना है यह नदी एक मुख्य रूप से श्रापित नदी भी मानी जाती है कहा जाता है की जब राजा रंतिदेव ने यज्ञ किया था तो उसमे हजारो पशुओ की बलि दी गई थी और उनका खून बहा दिया गया था जिसके कारण चम्बल नदी का उद्गम माना जाता है
एक और कहानी है की जब चम्बल नदी के किनारे कोरब और पण्डो के बिच द्युत क्रीडा चल रही थी और द्रोपदी को पाण्डव हार गए थे तो इस घटना से आहात होकर द्रोपदी ने चम्बल नदी को श्राप दिया था जिससे लोग पूजा अर्चना करने में परहेज करते है .
चम्बल नदी का उद्गम
चम्बल नदी का उद्गम मध्य प्रदेश में हुआ है यह मालव के पठार की एक महत्वपूर्ण नदी मानी जाती है जिसका उद्गम विन्ध्याचल की पहाड़ी से हुआ है चम्बल नदी का उद्गम जनापाव की पहाड़ी जो इन्दोर और महू के समीप है वहा से हुआ है चम्बल नदी का प्राचीन नाम चर्मावती भी है
चम्बल नदी की लम्बाई
चम्बल नदी की लम्बाई कुल मिलकर 965 km है यह अपने उद्गम से लेकर समापन तक मध्य प्रदेश में लगभग उत्तर दिशा में 376 km 234 मिल तक बहती है इसके बाद चम्बल नदी राजस्थान में 249 km लगभग 155 मिल बहती है और इसके साथ ही चम्बल नदी करिब 216 km 134 मिल मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा बनाती है और इसके बाद यह नदी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में करीब 150 km 93 मिल बहती है
चम्बल नदी की सहायक नदी
चम्बल भारत के मध्य भाग में बहने बाली एक महत्वपूर्ण नदी है और यह यमुना की सहायक नदी है यह मुख्यता है चम्बल नदी का प्राचीन नाम चर्मावती है यह एक बारामासी नदी है
1;- शिप्रा नदी
2 ;- छोटी काली सिंध
3;- शिवना नदी
4;- रेतम
5;- अंसार
6;- बनास
7;- पार्वती
8;- सीप
9;- कुआ
10;- कुनो
चम्बल नदी की परियोजना
- चम्बल नदी परियोजना की शुरुआत 1954 में हुई थी
- यह राजस्थान एवं मध्य प्रदेश की संयुक्त परियोजना है
- गाँधी सागर बांध मध्य प्रदेश के मंदसोर जिले में है
- जवाहर सागर बांध
- राणा प्रताप सागर परियोजना
- कोटा बैराज परियोजना
चम्बल नदी राज्यों में प्रवाह
चम्बल नदी मुख्यता मध्य प्रदेश से निकलती है इसके बाद यह नदी राजस्थान में प्रवेश करती है फिर राजस्थान से एक बार फिर चम्बल नदी मध्य प्रदेश में प्रवेश करती है फिर वह उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है
चम्बल नदी किन जिले में बहती है
चम्बल नदी मध्य प्रदेश में इन्दोर , रतलाम , मंदसोर , से होकर यह राजस्थान में प्रवेश करती है राजस्थान में यह नदी कोटा , ढोली , सवाई , माधोपुर , करोली , धोलपुर और इसके बाद यह उत्तर प्रवेश में बहती है
चम्बल नदी का समापन
चम्बल नदी का समापन मुख्यता उत्तर प्रदेश के इटावा में होता है यह मुख्यता उत्तर प्रदेश के मुजफरनगर में जाकर मिल जाती है
चम्बल नदी के तथ्य
- चम्बल नदी की लम्बाई 965 km है
- इसका उद्गम महू के जनापाव में हुआ
- चम्बल नदी मुख्यता धार , उज्जैन , रतलाम , मंदसोर , भिंड , मुरेना जिलो में बहती है
- चम्बल नदी का प्राचीन नाम चर्मावती है
- यह एक बारामासी नदी है
- यह नदी मध्य प्रदेश के दक्षिण ढलान से बहती है
- चम्बल नदी का समापन त्रिवेणी संगम में माना जाता है
- चम्बल नदी का अपवाह तंत्र 19500 वर्ग km है
- महाभारत में राजा रंतिदेव के यग्य की जानकारी बताई है चर्मावती का उल्लेख है
- कालिदास ने भी मेघदूत में चम्बल नदी के बारे में वर्णन किया गया है
दोस्तों इस लेख में हमने आपके लिए चम्बल नदी से सम्बंधित जानकारी को आपके सामने रखा है जो प्रतियोगिता परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है जिससे के आप आसानी से इसका अध्यन कर सकते है इस लेख में चम्बल नदी का उद्गम - chambal river ka udgam CHAMBL RIVER चम्बल नदी का इतिहास चम्बल नदी की लम्बाई चम्बल नदी की सहायक नदी चम्बल नदी की परियोजना से सम्बंधित जानकारी को रखा है
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